जीवनी/आत्मकथा >> महाराणा कुंभा महाराणा कुंभाराजेंद्र शंकर भट्ट
|
7 पाठकों को प्रिय 316 पाठक हैं |
कुंभा का संपूर्ण 35 वर्ष का शासनकाल युद्धों एवं विजयों से भरा है, फिर भी उसने जो सर्वोच्च रूप का साहित्य, संगीत, नाट्य, शिल्प शास्त्र (मंदिर, भवन, किले) का अद्भुत असीम भंडार हमें दिया है वह अवर्णनीय है...
A PHP Error was encountered
Severity: Notice
Message: Undefined index: common
Filename: books/book_info.php
Line Number: 553
|
लोगों की राय
No reviews for this book